Top Guidelines Of तरबूज के रस के फायदे

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यह संयुक्त राज्य अमेरिका से लाई गई किस्म है इस किस्म के फल बीज बोने के ९५-१०० दिन बाद तोड़ाई के लिए तैयार हो जाते है, जिनका औसत भार ४-६ किग्राम होता है इसके फल में बीज बहुत कम होते है बीज छोटे, भूरे और एक सिरे पर काले होते है उत्तर भारत में इस किस्म ने काफी लोकप्रियता हासिल कर ली है प्रति हे० २००-२५० क्विंटल तक उपज दे देती है छिलका हरे रंग का, गूदा लाल, मीठा होता है।

आज हम आपको चेहरे पर तरबूज का रस लगाने से होने वाले फायदों के बारे में बताएंगे।

गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या सबसे आम है। डिहाइड्रेशन की वजह से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। शरीर को सही तरह से काम करने के लिए पानी की बहुत जरूरत होती है। अक्सर लोग पानी पीकर कुछ ही देर में यूरिन जाने की इच्छा होने लगती है। ऐसे में शरीर में पानी सही तरह से अब्जॉर्ब नहीं हो पाता है। जिस वजह से सही मात्रा में पानी पी कर भी आप डिहाइड्रेटेड रहते हैं। हाइड्रेशन का सही मतलब ज्यादा पानी पीना नहीं है बल्कि पानी का शरीर में सही तरह से अब्जॉर्ब होना है। हीट वेव्स, स्ट्रेस, बीमारी और भी कई वजहों से शरीर से पसीने के जरिए इलेक्ट्रोलाइट्स बाहर निकल जाते हैं और here इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस होने लगता है।

यह चेहरे को ठंडक देता है जिससे पिंपल्स में आराम मिलता है. 

 बहुत ज्यादा मात्रा में तरबूज खाने से पुरुषों में नपुंसकता और स्तंभन दोष जैसे साइड इफेक्ट हो सकते हैं।

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हाइ़ड्रेट रहने के लिए सही मात्रा में पानी पीना जितना जरूरी है उससे कहीं ज्यादा जरूरी पानी पीने के सही तरीके के बारे में जानना है। खासकर, गर्मियों में हाइड्रेशन से जुड़ा यह हैक आपको पता होना चाहिए।

मैदानी क्षेत्रों में इसकी बुवाई समतल भूमि में या डौलियों पर की जाती है, जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में बुवाई कुछ ऊँची उठी क्यारियों में की जाती है क्यारियाँ २.५० मीटर चौङी बनाई जाती है उसके दोनों किनारों पर १.५ सेमी० गहराई पर ३-४ बीज बो दिये जाते है थामलों की आपसी दूरी भूमि की उर्वरा शक्ति पर निर्भर करती है वर्गाकार प्रणाली में ४ गुणा १ मीटर की दूरी रखी जाती है पंक्ति और पौधों की आपसी दूरी तरबूज़ की किस्मों पर निर्भर करता है। ↑ वेबदुनिया पर ↑ "ताराकाश डॉट कॉम पर".

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